Mid-Term Assignment; Prompt-5; Part-2_Navkiran Natt

Prompt-5

अर्बन नक्सल

वो खड़ी थी
पुलिस वैन के सामने
एक ऐसी मुस्कराहट के साथ
जिसे तुम कभी कैद न कर पाओगे.
एक ऐसे हौंसले के साथ
जिसे तुम कभी तोड़ न पाओगे.

तुम भले ही उसे 'अर्बन नक्सल' कहो
मगर वो तो गाँवों देहात के लोगों के दिल में रहती है.
उनके लिए लड़ती है
और उन्हीं में बसती है.

इस लिए बेहतर है
मैं तुम्हारा ये वहम तोड़ दूँ
कि तुम उसे कैद कर सकते हो.
तुम्हारी जेलें कम हैं
और उसकी गिणती कहीं जयादा.

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